मेरा दोस्त अभि
एक ऐसी कहानी
हे जो मै
रोज़ पढ़ता हु
और हर बार
वो एक दिलचस्प
दिल को छूती
महसूस होती हें
मेरा दोस्त अभि
जितने बार भी
गिरता हे
ठोकर खाता हें
हमेशा मुस्कुरता हें
उसकी हाथ की छड़ी
उसे रास्ता दिखाती हें
पर कभी नही
लगता की उसकी
आंखे नही हे
उसके कपड़ो मे
सुबहे की चमक
और उसके बालो को
देख, मै हमेशा
दंग रह जाता हु
मेरा दोस्त अभि
जब भी किसी लड़की
से मिलता उसके
हाथो को छू कर
कहता की
तुम दुनिया मे
सब से खुबशूरत आकृति हो
बस उनके चहरे की
चमक देख
मै कई बार सोचताएक ऐसी कहानी
हे जो मै
रोज़ पढ़ता हु
और हर बार
वो एक दिलचस्प
दिल को छूती
महसूस होती हें
मेरा दोस्त अभि
जितने बार भी
गिरता हे
ठोकर खाता हें
हमेशा मुस्कुरता हें
उसकी हाथ की छड़ी
उसे रास्ता दिखाती हें
पर कभी नही
लगता की उसकी
आंखे नही हे
उसके कपड़ो मे
सुबहे की चमक
और उसके बालो को
देख, मै हमेशा
दंग रह जाता हु
मेरा दोस्त अभि
जब भी किसी लड़की
से मिलता उसके
हाथो को छू कर
कहता की
तुम दुनिया मे
सब से खुबशूरत आकृति हो
बस उनके चहरे की
चमक देख
जिनको दुनिया दिखाई
देती हें
उन्हें हर किसी में
कोई त्रुटी नज़र आती हें
मेरा दोस्त अभि
कभी ये नही कहता की
कोई अच्छा या बुरा हे
उसकी आँखों से
सब बहुत
खुबशूरत मालूम होते हे
मेरा दोस्त अभि
कभी नही कहता की
भगवान ने मुझे कुछ
कम दिया
और हम सब तो
बस खुदा को
कोसते रहते हें
मेरा दोस्त अभि
निस्वार्थ सब का बुलाता
हे बताता हे
हाथ थामे चलता हे
पर जिसे सब
देखता हे
वो हाथ थाम कर भी
साथ नही होता
उसकी आंखे
अपने स्वार्थ मे
अंधी होती हे
मेरा दोस्त अभि
तुम्हारी मासूमियत
मुस्कुराती रही
बस
हम सब के दिलो
मे एक अभि
जागे
मेरा दोस्त अभि
6 comments:
अच्छा लगा आपके दोस्त अभि के बारे में जानकार....आपकी दोस्ती इसी तरह हमेशा बनी रहे! अच्चे दोस्त बहुत मुश्किल से मिलते हैं!
हर आदमी अभी बन जाए तो कितना अच्छा हो.. आपकी लिखावट बहुत संतुलित है
ham sab ke dilo me kahi na kahi ek abhi rahta hai....jarurat hai use samne laane ki....
अच्छा हैं
आपके दोस्त अभि और उसकी तमाम खासियतों को सलाम.अनुरागजी से सहमत हूं कि हम सब में एक अभि बसता है,ज़रूरत है उसे खोज निकालने की.स्वतन्त्रता दिवास की बधाई स्वीकर करें.
prabhaavi lekhan
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